अड़रियासंग्राम [झंझारपुर] से गौतम झा की रिपोर्ट
राज्य – कर संयुक्त आयुक्त कार्यालय, झंझारपुर में अधिवक्ताओं, सी0ए0, लेखापालों आदि की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई । बैठक को संबोधित करते हुए अंचल प्रभारी श्री राजन कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सभी करदाता अपना जी.एस.टी. आर.-1 तथा जी.एस.टी.आर.- 3 बी समय से दाखिल करें । उचित कर का भुगतान करें । सिर्फ आई.टी.सी. से कर भुगतान करने वालों को विशेष हिदायत दी गई है । सिर्फ आई.टी.सी. से कर भुगतान करने वालों व्यवसायियों का पूर्व के पॉच वर्षो से अब तक का कर निर्धारण किया जाएगा । कर अचवंचना पकड़े जाने पर कर, ब्याज और शास्ति भी अधिरोपित की जाएगी । इसके अतिरिक्त पेशा कर का भुगतान किया जाना भी अनिवार्य है ।
बैठक में उपस्थित सभी अधिवक्ताओं आदि ने टर्न ओवर के आधार पर ग्रॉस प्रॉफिट की गणना कर उस पर नकद जी.एस.टी. अदा करने का भरोसा दिया है ।
ज्ञातव्य है कि अंचल में बड़ी संख्या में ऐसे व्यवसायी हैं जो सिर्फ आई.टी.सी. से कर का भुगतान करते हैं । जबकि सकल लाभ पर नकद कर का भुगतान किया जाना न सिर्फ जरुरी है बल्कि भविष्य में किसी नोटिस या कर निर्धारण आदेश से बचने हेतु भी आवश्यक है । जी.एस.टी. एक अप्रत्यक्ष कर है जिसमें निबंधित व्यवसायी अपने ग्राहकों से वसूल किये गए कर का भुगतान करते है । ऐसे में यदि ग्राहकों से वसूल करने के बावजूद अपेक्षित कर का भुगतान नहीं होता है तो यह कानूनी प्रक्रिया को आकृष्ट करता है । इसके अलावा हर वर्ष पेशा कर की राशि भी एक बार अदा की जानी चाहिए, जिसके प्रति अधिकांश निबंधित व्यवसायी उदासीन रहते हैं । विभाग ऐसे व्यवसायियों के क्रय विक्रय ऑकड़ों के आधार पर कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में है । बैठक में श्री आनंद झा, श्री शेखर झा, अमरेन्द्र कुमार, मुकुन्द माधव, कमलेश मिश्रा, सौरभ दत्ता आदि उपस्थित थे ।