Monday, January 13, 2025
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मधुबनी: मां मनसा देवी के मंदिर में शंकराचार्य के द्वारा प्राणप्रतिष्ठा संपन्न

जीवन को सार्थक करने के लिए वेदों का अध्ययन जरूरी :- शंकराचार्य

मधुबनी: गोवर्धन मठ जगन्नाथ पुरी के पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के सानिध्य में मधुबनी जिले के कलुआही प्रखंड के हरिपुर बक्शी टोल गांव स्थित करीब दो करोड़ की लागत से बनने वाली मां मनसा देवी की मंदिर में शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के द्वारा मनसा देवी के मूर्ति को राम प्रतिष्ठा सम्पन्न हुआ, इसके साथ साथ लोगों को मंदिर समर्पित किया।

शंकराचार्य 6:30 बजे अपने कुटी से हजारों श्रद्धालुओं के साथ हरिपुर बख्शी टोला गांव स्थित सती माई मंदिर के बगल मे स्थापित नवनिर्मित मां मनसा देवी मंदिर पहुंचे, जहां पहुंचकर सुरक्षा के घेरे में मंदिर में प्रवेश किया एवं मां मनसा देवी के गर्भ में जाकर मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा किया।

इसके साथ ही मंदिर में लोगों का पूजा अर्चना शुरू हो गया। शंकराचार्य मंदिर के चारों ओर घूम कर मंदिर के ऊपर नीचे बने हुए कलाकृति को देखकर प्रफुल्लित हो उठा। शंकराचार्य के दर्शन के लिए मंदिर परिसर में हजारों की संख्या में खचाखच श्रद्धालु भरा हुआ था।

वहीं, पूरी के पीठाधीश्वर मज्जद गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने देर शाम कलुआही प्रखंड के हरिपुर बक्शी टोल गांव स्थित एनएच के किनारे एक धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मानव जीवन के लिए वेदों का अध्ययन जरूरी है। उन्होंने कहा कि सभी मनुष्य का मन ईश्वर रूपी परमात्मा का स्वरूप है, ईश्वर की असीम कृपा से मानव जीवन मिला है, मानव जीवन को सार्थक बनाने के लिए वेदों का अध्ययन जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज तक ऐसा कोई भौतिकवादी नहीं हुआ है, जिसको सभी सम्यक विषयों का ज्ञान हो। उन्होंने कहा कि भूत वर्तमान भविष्य तीनों कालों में इंद्रियों की गति निहित नहीं रहती है, लेकिन मन की गति भूत वर्तमान भविष्य तीनों कालों में सन्निहित रहती है। इसीलिए मन को नियंत्रित करने के लिए वेदों का अध्ययन जरूरी है। उन्होंने कहा कि सितोपनिषद का मैथिली और हिंदी में अनुवाद जरूरी है। शंकराचार्य ने कहा कि सभी हिंदुओं को दिन में पांच बार भगवान का नाम लेना चाहिए 15-15 मिनट पांच बार भगवान का नाम लेने से भगवान की असीम कृपा बनी रहती है, ऐसा करने से अध्यात्म की उन्नति होगी और सनातन धर्म मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में मिथिलांचल राज्य सम्पन्न रहा है। यहां 22 पीढ़ी तक राजाओं ने शासन किया। सनातन धर्म को बरकरार रखने से ही हिंदू राष्ट्र निर्माण का निर्माण होगा। सनातन धर्म को बरकरार रखने के लिए युवाओं को सनातन धर्म के प्रति लोगों को जागरूक करने की अपील किये। धर्मसभा में बेनीपट्टी विधानसभा के विधायक विनोद नारायण झा, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति, आनंदम ग्रुप के प्रबंधक आलोक प्रकाश, निभा प्रकाश, ट्रस्टी चंदन कुमार झा,नथुनी साह कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी सुजीत कुमार झा सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता ट्रस्ट के संस्थापक सचिव इंदिरा झा ने किया।

ब्यूरो रिपोर्ट – नीतिश झा (मधुबनी)
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