मधुबनी सदर अस्पताल ने मानविक मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए एक अद्वितीय कदम उठाया है, जब वह विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर प्रथम बार मेडिकल क्लाउनिंग का आयोजन किया जिसमें अस्पताल के रोगियों के लिए एक अलग प्रकार का मनोरंजन प्रदान किया गया। मेडिकल क्लाउन वाले क्लाउन्स अस्पताल के वार्ड्स में जाकर मरीजों के साथ विशेष अंदाज में बातें करते और हंसी-मजाक करते रहे।
मधुबनी सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. नरेश कुमार भीमसारिया ने इस आयोजन की सराहना की और यह सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया कि ऐसे आयोजन का सामर्थ्य रूप से समर्थन किया जाएगा ताकि मरीजों के मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद मिल सके।
डिप्टी सुप्रिटेंडेंट राजीव रंजन और हस्पताल प्रबंधक अब्दुल मजीद ने चिकित्सा क्लाउनिंग इवेंट में भाग लिया और इसे समर्थन दिया। वे सक्रिय भाग लिए और इवेंट में भागीदार रहे।
सभी स्टाफ नर्सेस ने रोगियों को आरामदायक महसूस कराने के लिए सलाह दी और हाथ से बने स्माइली और खाने के लिए फल दिए।
पिरामल टीम ने इवेंट की शुरुआत की और इसे आयोजित किया। मुदित पाठक, जो एक गांधी फेलो है, क्लाउन की गेटअप में थे, और डीटीएल नीता, प्रकाश जोशी, स्वर्णाभा, और सुनील ने इस इवेंट को बहुत अच्छी तरह से आयोजित किया, और हर रोगी को मनोरंजन किया।
इस अद्भुत आयोजन का मुख्य उद्देश्य मरीजों की चिंता और तनाव को कम करना था। विश्वास किया जाता है कि हंसी का असर मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक होता है और इसका मदद से रोगियों के मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।
इस महत्वपूर्ण आयोजन के साथ ही मधुबनी सदर अस्पताल ने मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को जागरूक करने का भी प्रयास किया है। डॉक्टर्स और अस्पताल के कर्मचारी ने मरीजों के साथ इस अद्वितीय आयोजन का सहयोग किया और उन्हें मानसिक स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जानकारी दी।
इस आयोजन के साथ ही बिहार राज्य में मेडिकल क्लाउनिंग की शुरुआत हुई है, जो मानसिक स्वास्थ्य को समर्थकता प्रदान करने का एक नया और साहसी प्रयास है। इस अद्वितीय आयोजन के साथ ही लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए और भी ऐसे कई पहलू हैं, जो उनके लिए उपलब्ध हो सकते हैं।
By: Mudit Pathak