अड़रियासंग्राम (मधुबनी) से गौतम झा कि रिपोर्ट
विगत चार दिनों से अपनी मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल रहे सफाई मजदूरों द्वारा कचरे के उठाव नहीं किए जाने से पूरा शहर में जगह जगह गंदगी एवं कचरा का अंबार लग गया है । इधर हड़ताली मजदूरों के द्वारा शनिवार को भी विद्यापति टॉवर पर धरना प्रदर्शन किया गया । हड़ताली मजदूरों का कहना था कि अभी तक कार्यपालक पदाधिकारी सहित किसी भी सक्षम पदाधिकारी ने वार्तालाप नहीं किया है । सफाईकर्मियों का मांग है कि गरीबों के शोषण और सरकारी राशि के लूट का माध्यम ठीकेदारी प्रथा को बंद कर स्थाई बहाली की जाए । हर माह के 7 तारीख तक मान देय का भुगतान सुनिश्चित हो, ईपीएफ की सुदृढ़ व्यवस्था लागू हो, कार्यदिवस की चोरी बंद हो, रविवार का भुगतान सुनिश्चित हो । सफाई सुरक्षा कीट मुहैया हो, एजेंसी और नगर परिषद का एग्रीमेंट सार्वजनिक हो, सरकार द्वारा निर्धारित सफाई कर्मी का अर्द्धकुशल और चालक को कुशल मजदूर की मजदूरी भुगतान हो ।
इधर सफाई एजेंसी के हेड सुपरवाइजर अरविंद कुमार का कहना है कि सफाई मजदूरों की सबसे बड़ी समस्या है बायोमीट्रिक हाजिरी । यह लोग सुबह के समय तो बायोमीट्रिक हाजिरी देने के लिए तैयार है । किंतु सफाई कार्य की अवधि समाप्त होने पर बायोमीट्रिक हाजिरी के लिए तैयार नहीं हैं । ये लोग मनमाना कार्य कर भुगतान लेना चाहते रहते हैं । फिर भी इनकी जो समस्या है वह आ कर रखें । एजेंसी के द्वारा उस पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा ।