अड़रियासंग्राम (झंझारपुर) से गौतम झा की रिपोर्ट
बिहार सरकार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग के तत्वावधान में दो दिवसीय भामती वाचस्पति महोत्सव हर साल मनायी जाती है । यह कार्यक्रम अंंधराठाढ़ी प्रखंड के ठाढ़ी गांव में मनाई गई । भामती वाचस्पति महोत्सव कई मायनों में मिथिला, मैथिली और इसके सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक विकास को एक नया आयाम देती नज़र आयी ।
अंधराठाढ़ी स्थित फूलदेवी कुशेश्वर झा कॉलेज परिसर में भामती वाचस्पति महोत्सव के दूसरे दिन गुरुवार को कार्यक्रम कई सत्रों में आयोजित हुआ । दूसरे दिन के प्रथम सत्र में मैथिली एवं संस्कृत में अन्त: संबंध परिचर्चा में प्रोफ़ेसर फुलचन्द्र मिश्र, प्रोफ़ेसर दयानाथ झा, योगानंद झा ने संबोधित किया ।
द्वितीय सत्र में आर्थिक विकास परिचर्चा में डाॅ. मनीष कुमार झा, प्रो. दिवाकर झा, शंकर देव झा, रत्नेश्वर झा ने संबोधित किया । तृतीय सत्र कवि सम्मेलन में बैद्यनाथ मिश्र, शशिकांत झा, अमलेश मिश्र, हरिश्चंद्र झा, चंद्रमोहन झा, डाॅ. संजीत झा, सरोज ठाकुर, प्रजापति ठाकुर, देवानंद मिश्र, चन्द्रशेखर, फुल चंद्र झा, संबोध मिश्र ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत की ।
चौथे सत्र के सांस्कृतिक कार्यक्रम में कलाकार विनोद ग्वार, जूली झा, प्रिंस झा, अनिता भट्ट के शानदार गीत संगीत पर श्रोता झुमते रहे ।
इस दौरान बीपीआरओ रोहित विक्रांत सीओ प्रियदर्शिनी और सचिव काशीनाथ झा एवं अध्यक्ष रत्नेश्वर झा मौके पर मौजूद रहे । विधि व्यवस्था के लिए थानाध्यक्ष राहुल कुमार के नेतृत्व में पुलिस पूरी तरह चौकस रही ।