सदफ़ कामरान
आज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेज प्रताप यादव ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से एक बड़ा निजी खुलासा किया है। उन्होंने लिखा है कि वे पिछले 12 वर्षों से एक लड़की – अनुष्का यादव – के साथ रिलेशनशिप में हैं और आज पहली बार इस रिश्ते को सार्वजनिक कर रहे हैं। तेज प्रताप का यह पोस्ट जहां एक ओर उनके निजी जीवन की झलक देता है, वहीं दूसरी ओर कुछ बेहद गंभीर और नैतिक सवाल भी खड़े करता है।
दरअसल, साल 2018 में तेज प्रताप यादव की शादी ऐश्वर्या राय से हुई थी, जो कि बिहार के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री चंद्रिका राय की बेटी और लालू प्रसाद यादव के राजनीतिक विरोधी दरसाई राय की पोती हैं। यह शादी काफी चर्चा में रही थी और बाद में विवादों में भी रही। ऐश्वर्या ने सार्वजनिक रूप से तेज प्रताप पर कई गंभीर आरोप लगाए थे और मामला कोर्ट तक पहुँचा था।
अब जब तेज प्रताप खुद कह रहे हैं कि वो 12 साल से एक दूसरे रिश्ते में हैं, तो स्वाभाविक है कि लोग सवाल पूछें:
क्या ऐश्वर्या से शादी के समय भी वो अनुष्का के साथ रिश्ते में थे?
अगर हाँ, तो क्या ये एक महिला के साथ धोखा नहीं कहा जाएगा?
एक नेता होने के नाते क्या यह नैतिक ज़िम्मेदारी नहीं बनती कि वह पारदर्शिता बरतें?
क्या यह खुलासा राजनीतिक छवि को चमकाने के लिए किया गया है, या वाकई एक भावनात्मक सच सामने लाया गया है?
तेज प्रताप यादव का यह पोस्ट जितना भावनात्मक है, उतना ही विवादास्पद भी।अब यह जनता पर है कि वह इसे एक सच्चे प्रेम की कहानी माने या फिर एक भावनात्मक रणनीति।
आपका क्या विचार है? क्या एक रिश्ते को निभाते हुए किसी और से शादी करना सही है?
क्या यह सिर्फ निजी मामला है या एक जनप्रतिनिधि की नैतिक जिम्मेदारी?