आज जिला कांग्रेस कार्यालय मधुबनी में जिला अध्यक्ष मनोज कुमार मिश्र के अध्यक्षता में मिथिला रत्न विकाश पुरुष ललित बाबू के पुण्य तिथि पर उनके तैल चित्र पर पुष्प माला अर्पित कर कार्यकर्ताओं के द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।बिहार को राष्ट्रीय मुख्यधारा के समकक्ष लाने के लिए सदा कटिबद्ध रहे। उन्होंने अपनी कर्मभूमि मिथिलांचल की राष्ट्रीय पहचान बनाने के लिए पूरी तन्मयता से प्रयास किया। विदेश व्यापार मंत्री के रूप में उन्होंने बाढ़ नियंत्रण एवं कोशी योजना में पश्चिमी नहर के निर्माण के लिए नेपाल-भारत समझौता कराया। उन्होंने मिथिला चित्रकला को देश-विदेश में प्रचारित कर उसकी अलग पहचान बनाई। मिथिलांचल के विकास की कड़ी में ही ललित बाबू ने लखनऊ से असम तक लेटरल रोड की मंजूरी कराई थी, जो मुजफ्फरपुर और दरभंगा होते हुए फारबिसगंज तक की दूरी के लिए स्वीकृत हुई थी। रेल मंत्री के रूप में मिथिलांचल के पिछड़े क्षेत्रों में झंझारपुर-लौकहा रेललाइन, भपटियाही से फारबिसगंज रेललाइन जैसी 36 रेल योजनाओं के सर्वेक्षण की स्वीकृति उनकी कार्य क्षमता, दूरदर्शिता तथा विकासशीलता के ज्वलंत उदाहरण है।
भाग लेने वालों में मुख्य रूप से प्रजापति झा,अकिल अंजुम,मो साबिर,मुकेश कुमार पप्पू,देव कुमार झा,विनय कुमार,अख्तर हुसैन,विश्वनाथ पासवान अबू बकर,मनोहर झा एवं अन्य कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।