रिपोर्ट : सानु झा
गुरुवार को पटना में NDA घटक दलों की गोष्ठी की गयी। नवनिर्वाचित भारत सरकार के मंत्रियों के साथ-साथ बिहार सरकार के भी मंत्रीगण मौजूद रहे। सभी ने अपने-अपने भाषणों से कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए महागठबंधन पर हमलावर हुए।
सम्राट चौधरी (उप मुख्यमंत्री, बिहार)
अपने भाषण के दौरान उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इस बार विधानसभा में 2010 का भी रिकॉर्ड तोड़ने वाले हैं। हमारे सभी घटक दल मिलकर इस बार एक नया इतिहास दोहराने वाले हैं। बिहार सरकार और केंद्र सरकार की यह प्रण है कि हम 31 मार्च तक सभी को पक्का मकान देंगे। कुछ लोग कहते हैं कि हमने ही रोजगार दिया है, उन्हें यह बात याद होनी चाहिए कि जब नीतीश जी और सुशील मोदी जी की सरकार थी तब उन्होंने लगभग साढ़े छः लाख लोगों को रोजगार दिया था। इसी तरह 2025 तक हम लोगों ने नीतीश जी की अगुवाई में 12 लाख सरकारी नौकरी देने का प्रण लिया है। ये लोग कहते थे कि हम लोग आरक्षण खत्म कर देंगें; हम लोगों ने सदैव आरक्षण का समर्थन किया कांग्रेस ही आरक्षण का विरोध करती रही है। इसी मोदी सरकार ने सवर्णों को 10% आरक्षण दिया, जिससे आज पता चलता है कि देश में कोई भी जाति आरक्षण से अछूता नहीं है।
ललन सिंह (केंद्रीय मंत्री)
अपने अभिभाषण में ललन सिंह ने कहा कि विपक्ष के नेता प्रधानमंत्री की अभेलना करते हैं। सदन में प्रधानमंत्री सबका भाषण सुने लेकिन विपक्ष को उनका अभिभाषण नहीं सुनना है। वह अहंकार में हैं। 99 जीते हैं; जैसे लूडो में सांप 99 पर काटता है तो वह सीधे 1 पर आ जाता है ठीक वैसे ही स्थिति कांग्रेस की हो जायेगी। ये लोग संविधान की बात करते हैं याद कीजिए 1975 में आपातकाल की स्थिति जब संविधान को तार-तार कर दिया गया था। इसलिए हमें इस बार विधानसभा की तैयारी आक्रामक तौर पर करनी चाहिए। सम्राट चौधरी कह रहे थे कि 2010 का रिकॉर्ड तोड़ना है उस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए मात्र हमें मात्र 40 से 45 सीटों पर मेहनत करनी होगी। मोदी जी और नीतीश जी के कामों पर हमें सिर झुका कर वोट नहीं मांगना संभव है हम सिर उठाकर वोट मांगेगे।
गिरिराज सिंह (केंद्रीय मंत्री)
अपने भाषण के दौरान गिरिराज सिंह ने कहा कि मुझे बेहद दुःख है कि हम 2019 की भाँति इसबार परिणाम नहीं ला पाये, मुझे दुःख है कि हमने अपना 9 सीट खो दिया। इस चुनाव में दो तत्व लगातार हमारा विरोध करता रहा। पहला तत्व वह है जो हमारे सनातन धर्म के लोगों का धर्म परिवर्तन कराते रहता है और दूसरा तत्व जो भारत में ‘ग़ज़वा-ए-हिंद’ लाना चाहता है। अगर भारत को बचाना है तो इन दो अराजक तत्वों से लड़ना होगा। मैं नवरात्रि के बाद बिहार के विभिन्न जिलों में यज्ञ करने जा रहा हूँ। मुसलमान हमें वोट नहीं देते। इस बात कि सबसे पहले पुष्टि देवेश चंद्र ठाकुर ने किया तो मैं ने भी मीडिया के आगे स्वीकार किया। नीतीश जी से अगर एक कोई राजनीतिक भूल हुई है तो वह है लालू यादव को पुनः राजनीतिक जीवित करना। तेजस्वी यादव को नीतीश कुमार का लॉकेट पहनकर घूमना चाहिए।