संवाददाता, इन्द्रभूषण (सुपौल): पिपरा प्रखंड क्षेत्र में नवरात्रि के सातवें में दिन श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन के लिए मंदिर का पट खुलते ही शनिवार को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। मान्यता है कि बेल नोती के बाद मैया के मंदिर का पट श्रद्धालुओं एवं भक्तजनों के लिए खोल दिया जाता है। जहां पट खुलने बाद मां दुर्गा के दर्शन एवं पूजा अर्चना को लेकर सुबह से ही महिलाओं ने पूजा पंडाल और मंदिरों में पहुंचने लगे। प्रखंड क्षेत्र के निर्मली बाजार, कटैया गोठ, पथरा दक्षिण, थुमहा, रतौली, जरौली, लिटियाही सहित विभिन्न जगहों पर रविवार की सुबह से ही काफी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचे। मंदिर में भक्तिमय का माहौल बना हुआ है। वहीं पट खुलते ही दुर्गा पूजा का रंग पूरी तरह से उत्साह पूर्ण हो गया है। मंदिर परिसर एवं आसपास दुर्गा पूजा समिति द्वारा रंगीन बल्ब एवं झालर से आकर्षक ढंग से सजाया गया है। जो शाम ढलते ही रंग-बिरंगे रोशनी से जगमगाने लगती है। पंडित कृपानाथ झा ने बताया कि देवी का आठवां स्वरूप है महागौरी। गौरी यानी पार्वती, महागौरी यानी पार्वती का सबसे उत्कृष्ट स्वरूप। अपने पाप कर्मों के काले आवरण से मुक्ति पाने एवं आत्मा को फिर से पवित्र और स्वच्छ बनाने के लिए महागौरी की पूजा और तप से किया जाता है। वहीं दुर्गा पूजा मेला समितियों के द्वारा सभी मंदिर परिसर के साथ मेला ग्राउंड में पहुंचे श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा न हो इसके लिए हर संभव व्यवस्था किया गया है। और पुलिस फोर्स को भी जगह जगह मेला में तैनात किया गया है।