संवाददाता: इंद्र भूषण
(सुपौल): शारदीय नवरात्रा के प्रथम दिन रविवार को मां दुर्गा मंदिरों में धूमधाम से पूजा अर्चना शुरू की गई। सुबह से ही मंदिरों में लोग पूजा अर्चना के लिए पहुंचने लगे। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा अर्चना की जाएगी। प्रखंड क्षेत्र के निर्मली बाजार, पथरा दक्षिण, कटैया गोठ, रतौली, थुमहा, लिटियाही में अवस्थित विभिन्न दुर्गा मंदिरों में पूजा अर्चना से पूर्व कलश स्थापित कर विधि विधान पूर्वक पूजा अर्चना शुरू हुई। नवरात्रि के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गई। पंडित कृपानंद ने बताया कि मां दुर्गा के पहले स्वरूप को शैलपुत्री के नाम से जाना जाता है। पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री के रूप में उत्पन्न होने के कारण इनका नाम शैलपुत्री पड़ा। नवरात्रि पूजन में पहले दिन इनकी पूजा और उपासना की जाती है। इनके एक हाथ में त्रिशूल और दूसरे हाथ में कमल होता है। साथ ही माता वृषभ पर विराजमान रहती हैं। नवरात्रि पूजा को विधि विधान पूर्वक करना बहुत जरूरी होता है। इसके लिए भक्तों ने मंदिर के निकट मां दुर्गा के साथ विभिन्न देवी देवताओं की प्रतिमा स्थापित किए। शुभ मुहूर्त के अनुसार माता को चुनरी चढ़ा और भगवान गणेश का नाम लेकर माता की पूजा आरंभ किया गया। नवरात्रि ज्योति प्रज्जवलित किए। इससे घर और परिवार में शांति आने के साथ नकारात्मक उर्जा का नाश होता रहता हैं। निर्मली बाजार स्थित बड़ी दुर्गा मंदिर पुजा समिति के अध्यक्ष शशिभूषण मंडल, सचिव हरिनंदन मंडल, कोषाध्यक्ष मणिलाल चौधरी है। समिति के अध्यक्ष ने बताया कि अन्य साल के भांति इस बार भी दुर्गा पूजा धूमधाम से मनाया जा रहा है। मंदिर में पूजा करने के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं को किसी भी तरह से कोई कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ेगा जिसके लिए पुजा समिति पूरी तरह से तत्पर है। कहा कि पहले दिन रविवार शाम से ही अष्टमी पूजा तक प्रोजेक्टर के माध्यम से पर्दा पर भक्तों को धार्मिक सिनेमा दिखाया जाएगा।