अड़रियासंग्राम (झंझारपुर) से गौतम झा की रिपोर्ट
झंझारपुर प्रखंड के नवानी गांव में बासंती नवदुर्गा मंदिर पर चैती दुर्गा कलश स्थापना पारंपरिक विधि विधान के साथ की गई । सर्वप्रथम दुर्गा स्थान में पंडित जयवीर मिश्र, पुरोहित महेश झा के द्वारा 11 पंडितों को दुर्गा सप्तशती पाठ का संकल्प दिए जिनमें पंडित पंकज झा, पंडित लाल बौआ झा, पंडित छोटू झा, पंडित नुनु जी झा ,पंडित बलराम झा, पंडित आदित्यनाथ झा, पंडित अनिल मिश्रा, पंडित वरुण मिश्रा, पंडित विकल ठाकुर गोधनपुर, पंडित श्याम मिश्र बेरमा, आडवाणी जी बेरमा, व्यास नंदकुमार झा आदि शामिल हैं ।
दुर्गा स्थान में विद्वान पंडितों तथा पुरोहितों द्वारा प्रथम शैलपुत्री माता का पूजा अनुष्ठान किया गया । दुर्गा महारानी की जय हो के जयकारा से गांव का माहौल भक्तिमय हो गया है ।
नवानी निवासी पूर्व प्रमुख अनूप कश्यप ने बताया कि यहां वर्ष 1972 से हीं वासंती दुर्गा पूजा का आयोजन बहुत भव्य तरीके से होता आ रहा है । उन्होने बताया की 9 दिनों तक माता की विशेष पूजा होती है साथ ही विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन होता है । नवानी चैती दुर्गा नाम से प्रसिद्ध यह मंदिर बहुत ही सिद्ध मंदिर माना जाता है यहां पर जो भी भक्त आते है उनकी जो भी मनोकामनाएं होती हैं मैया उनकी पूर्ण करती है । बहुत दूर – दूर से यहां श्रद्धालु मैया के दर्शन के लिए आते हैं ।
