Press Release
भारत के पक्ष को प्रभावशाली और सिलसिले बार ढंग से रखने में मिली है बड़ी सफलता।भारतीय दूतावास के संयोजन से बीस देश के राजदूतों के समक्ष आतंक के विरुद्ध भारत की शून्य सहिष्णुता की नीति की जरूरत पर दिया गया बल।आतंकवाद यदि निरंकुश रहेगा तो पूरी मानवता को खतरा ।उक्त बातें स्वदेश लौटे राज्यसभा सांसद तथा भारत से जापान,इंडोनेशिया , मलेशिया,सिंगापुर,दक्षिण कोरिया को गए प्रतिनिधिमंडल के अध्यक्ष संजय कुमार झा ने कहीं।आगे उन्होंने चर्चा के दौरान मिथिला संस्कृत शोध संस्थान के इंफ्रास्ट्रक्चर एवं दुर्लभ पांडुलिपियों के संरक्षण के कार्य जल्द शुरु होने की बात कही।साथ ही मिथिला संस्कृत शोध संस्थान के सर्वांगीण विकास को लेकर मुख्यमंत्री की व्यक्तिगत अभिरुचि से प्रो.झा को अवगत कराया।सफल कूटनीतिक अभियान पर बधाई देने हेतु पहुंचे माँ श्यामा मन्दिर न्यास समिति के उपाध्यक्ष प्रो.जयशंकर झा एवं अन्य शुभेच्छुओं के अभिनंदन पर हर्ष व्यक्त किया। कहा कि उनकी टीम में बहुदलीय एवं विभिन्न क्षेत्रीय सांसदों ने एक स्वर में भारत के दृष्टिकोण को उन समृद्ध देशों के समक्ष रखते हुए अपने दलीय एवं क्षेत्रीय प्रतिबद्धता से ऊपर उठकर राष्ट्र प्रथम की नीति पर कार्य किया।उन्होंने कहा कि भारत में सैकड़ों कंपनियों स्थापित करने वाले साउथ कोरिया,जापान आदि देशों की चिंता को भी उन्होंने आतंकवाद के फन को कुचल देने की प्रतिबद्धता दोहराई।इस अवसर पर प्रो.झा ने महर्षि याज्ञवल्क्य की तपोभूमि जगवन को सूबे के पर्यटनीय मानचित्र पर लाने हेतु आग्रह किया।
मौके पर राज्यसभा सांसद सह संस्कृति,पर्यटन एवं परिवहन संसदीय समिति के चेयरमैन संजय कुमार झा को प्रख्यात नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.मृणाल चंद्र झा द्वारा लिखित नो योर आईज नामक चर्चित पुस्तक प्रो.झा ने भेंट की।
