अड़रियासंग्राम (मधुबनी) से गौतम झा कि रिपोर्ट
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 10 वीं बोर्ड परीक्षा में एक बार फिर मिथिला विद्यापीठ के बच्चों ने बाजी मारी है । शत प्रतिशत रिजल्ट के साथ लगातार आठवीं बार जिला में अपने दबदबा को कायम रखा । इस प्रदर्शन से खुश अविभावकों और बच्चों में हर्ष व्याप्त है । शुक्रवार के प्रात: प्रार्थना सभा में विद्यालय के शिक्षक और बच्चों ने संयुक्त रूप से केक काटकर खुशियाँ मनाई । विदित हो कि इस बार भी विद्यालय लड़कों ने शानदार प्रदर्शन किया। 102 बच्चों में से 82 बच्चों ने प्रथम श्रेणी, 15 बच्चे द्वितीय श्रेणी तथा 5 ने तृतीय श्रेणी से परीक्षा पास की है । नब्बे से सौ प्रतिशत के बीच 5, अस्सी से नब्बे प्रतिशत के बीच विद्यालय के 20, सत्तर से अस्सी के बीच 26, साठ से सत्तर के बीच 31, पचास से साठ प्रतिशत के बीच अंक सुनिश्चित करने वाले छात्रों की संख्या 15 है । जबकि पचास प्रतिशत से कम अंक पाने वाले बच्चों की संख्या केवल पाँच है । सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले बच्चों में आशुतोष कुमार, शादान इसराक, रोहित कुमार, करूणा निधि, दीपक कुमार, सूरज कुमार, गौरव कुमार सुमन, सागर कुमार विक्की, आलोक कुमार, शिवम कुमार, वैभव कुमार, आलोक राज, नमन कुमार आदि के नाम प्रमुख हैं ।
इस मौके पर विद्यालय के निदेशक मुकुंद कुमार झा ने बच्चों के प्रदर्शन का श्रेय विद्यालय के शिक्षक एवं छात्रों के सामूहिक प्रयास को देते हुए कहा कि विद्यालय बच्चों के एकल विकास की जगह सामूहिक विकास करने पर विश्वास करता है । यही कारण है कि मिथिला विद्यापीठ के बच्चे लगातार आठ वर्षों से जिला में शत प्रतिशत रिजल्ट देने में सफल रहा है । इस मौके पर विद्यालय के चेयरमैन नवीन कुमार झा ने 10 वीं कक्षा में पढ़ाने वाले कृष्णा प्रसाद, सुमन कुमार लाल, दानी दत्त झा, मनोज कुमार झा, बैद्यनाथ महाली, मुस्ताक अहमद, किशोर कुमार मिश्र, शम्श परवेज, शुभोजित षन्निग्राही, केशव कुमार, इस्तियाक अहमद, विक्रम पटनायक, विवेक कुमार आदि शिक्षकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि शिक्षकों के अथक प्रयास से विद्यालय आज इस मुकाम तक पहुँचा है । मौके पर वहाँ उपस्थित विद्यालय के ट्रस्टी कन्हैया झा, दिवाकर झा, संजय झा, प्रधानाचार्य वी० सी० झा एवं पी. आर. ओ. बी० एन० झा ने आने वाले समय में और भी अच्छे परिणाम के लिए विद्यालय प्रबंधन द्वारा किये जा रहे प्रयासों पर विस्तार से चर्चा की ।