अड़रियासंग्राम (झंझारपुर) से गौतम झा की रिपोर्ट
बेनीपुर के बैंगनी गांव चैत्र पूर्णिमा के शुभ अवसर पर भगवान चित्रगुप्त जी का प्रकटोत्सव मनाया गया । इस अवसर पर प्रो.(डॉ.) दिलीप कुमार चौधरी जी के संयोजन में सम्मान समारोह सह भजन संध्या का भव्य आयोजन किया गया । शिक्षा, शोध एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में अमूल्य योगदान देने वाले रतुपार गांव निवासी डॉ. संजीव शमा के साथ ही अध्यात्म में रचे बसे सनातन धर्म के प्रचार में अपना योगदान दे रहे स्वामी अमितेश एवं साध्वी हिमाद्रिजा, समाज सेवा में अहर्निश सेवा करने वाले कनकपुरा गांव निवासी श्याम मोहन कर्ण बौआ जी, नवानी गांव निवासी अजय कुमार दास पिंटू जी एवं जोंकी गांव निवासी संजीव कुमार दत्त जी को आयोजक द्वारा मिथिला परंपरानुसार पाग एवं शॉल से सम्मानित किया गया । प्रो. दिलीप कुमार चौधरी ने कहा कि समाज के लिए विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान देने वाले चित्रांश समाज के ऐसे कर्णधार को भगवान चित्रगुप्त जी के जन्म जयंती पर सम्मान कर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं । शिक्षाविद डॉ. संजीव शमा ने अपने उदबोधन में आयोजक परिवार का आभार जताते हुए कहा कि भगवान चित्रगुप्त जी के अवतरण दिवस पर पूजनोत्सव एवं इस अवसर पर समाज के लोगों को सम्मानित करने की परिकल्पना करने वाले प्रोफेसर चौधरी की विद्वता व शालीनता की जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम होगी । उन्होंने कहा कि झंझारपुर अनुमंडल क्षेत्र में भगवान चित्रगुप्त जी के अवतरण दिवस पर पूजनोत्सव का आयोजन अगले वर्ष से आयोजित करने की दिशा में पहल किया जाएगा । अजय कुमार दास ने कहा कि आज के समय में अपने संस्कार और संस्कृति के संरक्षण के लिए प्रो. चौधरी जैसे अध्येता का होना चित्रांश समाज के लिए वरदान है । समाजसेवी श्याम मोहन कर्ण ने अपना उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं विद्वत समाज में सम्मानित होकर धन्य हूं । उन्होंने सबके प्रति अपना आभार जताया । समाजसेवी संजीव कुमार दत्त ने भी आयोजकों के प्रति आभार प्रकट किया । स्वामी अमितेश ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार भगवान चित्रगुप्त का जन्म चैत्र मास की पूर्णिमा को हुआ था । इस पवित्र मास का नाम चैत्र चित्रगुप्त भगवान के नाम पर ही हुआ है । अवतरण दिवस को लेकर राम नवमी, कृष्ण जन्माष्टमी, जानकी नवमी, राधाष्टमी व हनुमान जयंती आदि देवी देवताओं का पूजनोत्सव हम मनाते हैं । उन्होंने हनुमान जयंती की भी शुभकामनाएं भक्त श्रद्धालुओं को दी । उन्होंने कहा कि धार्मिक मान्यता है कि सृष्टि के संचालन में भगवान चित्रगुप्त का विशेष योगदान है । वे पाप – पुण्य का लेखा – जोखा रखते हैं और कर्म के अनुसार स्वर्ग या नर्क का निर्णय करते हैं । इस अवसर पर आयोजक परिवार के प्रो. दिलीप कुमार चौधरी, सीए संदीप कुमार चौधरी, डॉ. विद्यानंद चौधरी, मोहन चौधरी, प्रदीप कुमार चौधरी, अरुण कुमार चौधरी, दीपक चौधरी, संतोष कुमार दास, शिवम, दिव्यम समेत सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे ।