मधुबनी जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने समाहरणालय स्थित वीडियो कान्फ्रेंसिंग कक्ष से जिले में बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर जिले के सभी अनुमंडल पदाधिकारियों, अंचल अधिकारियों एवं जिलास्तरीय सभी अधिकारियों के साथ वर्चुअल माध्यम से बैठक आयोजित किया। जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ पूर्व तैयारियों को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखें, इसमें थोड़ी-सी भी लापरवाही बरदाश्त नही की जाएगी।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि नदियों के जलस्तर, कटाव एवं तटबंधों की निगरानी,वर्षापात,भूजल स्तर,आदि नियमित रूप से करें। उन्होंने यह कहा कि प्रतिनियुक्त तटरक्षक श्रमिको से तटबंधों की निगरानी कार्य का प्रतिदिन रिपोर्ट लें। पॉलीथिन शीट की उपलब्धता की समीक्षा के क्रम में आपदा प्रबंधन विभाग के वरीय पदाधिकारी ने बताया कि वर्तमान में जिले में 39871 सत्यापित पॉलीथिन शीट, 42 टेंट, 5 महाजाल, 70 लाइफ जैकेट व 129 खोज बचाव एवं राहत दलों की संख्या उपलब्ध है। किसी भी तरह की असुविधा को न्यूनतम करने के लिए वर्तमान में जिले में कुल 97 परिचालन योग्य सरकारी नाव हैं। 36 निजी नाव के साथ एकरारनामा कर लिया गया है।जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अंचल अधिकारी ये सुनिश्चित करें कि निजी नाव चालकों को विगत वर्षों की बकाया राशि का भुगतान ससमय कर दे। उन्होंने कहा कि आवश्यकता का आकलन करते हुए और भी निजी नावों के लिए एकरारनामा कर लें। समीक्षा के क्रम में यह पाया गया कि जिले में वर्तमान में परिचालन योग्य 6 मोटरबोट उपलब्ध हैं, जिसकी एसडीआरएफ की टीम के द्वारा जांच कर ली गई है।जिलधिकारी ने सभी सीओ को पॉलीथिन शीट सहित आपदा के सभी संसाधनों का भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।
उन्होंने स्थायी बाढ़ आश्रय स्थल के साथ साथ अस्थायी बाढ़ आश्रय स्थल के समीक्षा के क्रम में कहा कि बाढ़ आश्रय स्थल में पेयजल, शौचालय आदि मूलभूत व्यवस्थाएं का एक बार पुनः भौतिक सत्यापन कर लें, साथ ही भौतिक सत्यापन करते हुए फोटो भी आपदा प्रबंधन व्हाट्सग्रुप में प्रेषित करें।
बाढ़ राहत केंद्र व सामुदायिक रसोई की समीक्षा के क्रम में आपदा प्रभारी ने बताया कि बाढ़ राहत केंद्रों एवं सामुदायिक रसोई की अद्यतन सूची अक्षांश एवं देशांतर टैगिंग के साथ सभी अंचलों से प्राप्त कर उसकी रिपोर्ट विभाग को भेज दी गई है। उन्होंने सभी अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ के क्रम में अनुग्रह अनुदान भुगतान हेतु परिवारों की सूची का आपदा सम्पूर्ति पोर्टल पर दो दिनों के अंदर शत-प्रतिशत अपडेट कर ले ताकि आपदा की स्थिति में लाभुकों को पूरी सहजता के साथ उनके खाते में ससमय राहत राशि भेजी जा सके। गौरतलब हो कि अभी तक 318064 लाभुकों का आपदा सम्पूर्ति पोर्टल पर अपडेट किया जा चुका है। उन्होंने उपस्थित आरसीडी सहित अन्य संबधित अभियंताओं को निर्देश दिया कि अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त सड़को को अविलम्ब मोटरेवल कर आपदा शाखा में रिपोर्ट करे।उन्होंने बैठक से अनुपस्थित आरसीडी झंझारपुर के कार्यपालक अभियंता को स्पष्टीकरण पूछने का भी निर्देश दिया। ——––———————————————–*
*जिलाधिकारी ने बाढ़ पूर्व तैयारी के संबंध में सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को सतत मॉनिटरिंग तथा सुविधाओं का भौतिक सत्यापन करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने जिले के सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सभी अपने क्षेत्राधीन बाधों का निरीक्षण एक बार पुनः कर लें। यदि किसी स्थान पर उन्हें बांध की वर्तमान संरचना में कोई त्रुटि दिखाई दे तो अविलंब संबंधित अभियंता से समन्वय कर उसका त्वरित समाधान कर ले। जिलधिकारी ने निर्देश दिया कि विभिन्न आपदाओं में मृत व्यक्तियों के निकटतम आश्रितों को ससमय अनुग्रह राशि का भुगतान हो सके, ,इसको लेकर सभी सीओ हरहाल में लंबित अभिलेखों को आपदा* *शाखा में एसडीओ के माध्यम से अविलम्ब भेजवाना सुनिश्चित करे ।उक्त बैठक में, वरीय आपदा प्रबंधन पदाधिकारी संतोष कुमार, प्रभारी जिला आपदा प्रबंधन शाखा सह जिला जनसंपर्क पदाधिकारी परिमल कुमार, सहायक आपदा प्रबंधन पदाधिकारी रजनीश कुमार,प्रशिक्षु डीपीआरओ अमन आकाश सहित अन्य वरीय अभियंता व पदाधिकारी आदि उपस्थित थे। जिले के सभी एसडीओ, सीओ आदि वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े थे।