रिपोर्ट : सानु झा
11 जुलाई 2024 को गृह मंत्रालय के ओर से प्रस्तावित अधिसूचना के मुताबिक अब से 25 जून को भारत में ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाया जायेगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने एक्स अकाउंट पर जानकारी पोस्ट करते हुए कहा कि 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपनी कुत्सित मानसिकता और व्यक्तिगत हितों को महत्व देते हुए देश में आपातकाल लागू कर संविधान का गला घोंटा था। लाखों लोगों को बिना किसी दोष के जेल में डाल दिया गया और मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया गया। इस दौरान देशवासियों ने काफी कष्ट झेलते हुए उन अप्रत्याशित ताकतों से लोग लोहा लेते रहे। उन सभी लोगों के विराट योगदान को अब हमलोग 25 जून को प्रत्येक वर्ष ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में स्मरण करते रहेगें।
आगे गृह मंत्री ने कहा कि ‘संविधान हत्या दिवस’ हर भारतीयों को लोकतंत्र की रक्षा और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की अमर ज्योति को जीवित रखने का काम करेगा।
आपातकाल कांग्रेस की ओर लाया गया एक स्याह दौर था : प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने X अकाउंट पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि 25 जून 1975 को भारतीय संविधान को कांग्रेस के द्वारा कुचला गया था। ऐसे में यह 25 जून का दिवस हर उन व्यक्तियों की श्रद्धांजलि होगी जिन्होंने आपातकाल के दौरान घोर प्रताड़ना का शिकार हुए। आगे उन्होंने कहा कि आपातकाल कांग्रेस की ओर लाया गया एक स्याह दौर था।