पिपरा (सुपौल): विकास सील इंसान पार्टी संस्थापक संकल्प यात्रा के दौरान शनिवार को विनोबा भावे मैदान पहुंचे जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने फूल माला पहनाकर उनका भव्य स्वागत किया। पिपरा में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री सह पार्टी संस्थापक मुकेश साहनी ने सरकार को आरे हाथों लिया और कहा निषाद के सभी उपजाति को मान सम्मान मिलना चाहिए। निषाद समाज को आरक्षण मिले इसके लिए हम सरकार से हर लड़ाई लड़ने को तैयार हैं, कहा कि आज अन्य राज्य में निषाद जाति को आरक्षण मिल रहा है लेकिन बिहार में नहीं मिला है जिसको लेकर हम लड़ाई लड़ रहे हैं, एक भी निषाद का बेटा कलेक्टर, एसपी नहीं है जिसका कारण है आरक्षण न मिलना यदि आरक्षण मिलती तो बहुत अच्छे-अच्छे पद पर हमारे बच्चे सुशोभित होते। उन्होंने कहा आजादी से पहले रानी को बच्चा पैदा लेता था वह राजा बनता था लेकिन आज राजतंत्र नहीं प्रजातंत्र है और सभी अपने-अपने हक के लिए लड़ाई लड़ते हैं आप मतदान के समय जब आता है तो वोट को बेच देते हैं जिसके चलते आज हमारी पहचान नहीं है आज बिहार में जाति जनगणना के बाद यादव के बाद निषाद ही दूसरी जाति के रूप में है और हमारे जाति से कोई भी नेता मुख्यमंत्री नहीं बना है। इसलिए हम सबको जगाने आए हैं अपने हक के लिए एक जुट होकर लड़ेंगे। अपने संबोधन में मुकेश सहनी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि अगर निषाद जाति के लोग अपने परिवार व बच्चों का विकास चाहते हैं तो अच्छी शिक्षा दें। एक रोटी कम खाइए, लेकिन बच्चों की पढ़ाई को लेकर लापरवाही न करें। उन्होंने कहा कि सरकार निषाद जाति के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। अपने हक के लिए निषाद जाति को एक होकर संघर्ष करना होगा। हमारी ताकत को देख सरकार निषाद आरक्षण बिल को शीतकालीन सत्र में ला सकती है। कहा कि जब तक विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी पार्टी) के शक्ति का आभास नही होगा तब तक निषाद समाज के साथ सरकारें सौतेला ब्यवहार करती रहेगी। अपने संबोधन में मुकेश सहनी ने कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि चंद रुपयों के लालच में अपने मत को बेचें नहीं। अंत में अपने सभा में मौजूद सभी कार्यकर्ताओं के हाथों में गंगा जल से भरा डब्बा को खोलवा कर सभी लोगों को हाथ में लेने के लिए कहा और एक शपथपत्र को पढ़कर सभी को संकल्प दिलाया। कार्यक्रम को जिला अध्यक्ष विजेंद्र मुखिया, गिरधारी मुखिया, राजेश्वर मुखिया, सुरेश मुखिया, शिव शंकर मुखिया, डोमी मुखिया, विपिन यादव, रामकुमार मुखिया, रामचंद्र मुखिया, चंदन मुखिया, रंजीत मुखिया आदि ने भी संबोधन किया।
पत्रकार:इंद्रभूषण