दरभंगा शहर के मिल्लत कॉलेज के निकट वक्फ की जमीन पर राज्य सरकार के सहयोग से तामीर बहुउद्देशीय भवन का नाम ठीक केवटी प्रखंड के असराहा गांव में तामीर अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय के नाम की तरह ही इसका नाम भी बदल दिया गया है। इसपर नाराजगी जाहिर करते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवाँ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नजरे आलम ने दरभंगा जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अविलंब बहुउद्देशीय भवन का नाम बीबी वजीहन के नाम से करने की मांग की है। साथ ही नजरे आलम ने भवन के अंदर और मुख्य द्वार पर राज्य की दूसरी सरकारी भाषा उर्दू में नाम नहीं लिखे जाने पर भी एतराज जताया है और जिलाधिकारी दरभंगा से अविलंब बीबी वजीहन के नाम के साथ उर्दू भाषा का सम्मान करते हुए भवन के मुख्य द्वार से लेकर भवन के अंदर हर जगह उर्दू भाषा में नाम लिखने की अपील की है। पत्र की कॉपी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव, बिहार, अल्पसंख्यक आयोग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, सुन्नी वक्फ बोर्ड, बिहार और दरभंगा जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी को भी भेजा है।
नजरे आलम ने कहा के वक्फ के नियम कानून में है के जिसके नाम की जमीन होगी उस जमीन पर कोई इमारत बनेगी तो जमीन मालिक के नाम से ही उस भवन का नाम रखा जायगा। फिर बार बार नाम बदल दिया जाना सरकार की गलत मंशा को दर्शाता है। ऑफिसर कहीं न कहीं सरकार को बदनाम करने के साथ-साथ अल्पसंख्यक समुदाय के साथ भेदभाव कर रहे हैं, इस पर लगाम नहीं लगा तो आंदोलन करना हमारी मजबूरी होगी।