अड़रियासंग्राम {झंझारपुर} से गौतम झा की रिपोर्ट
बीते शनिवार को जिला के सप्ता स्थित रीजनल सेकेण्डरि स्कूल, मधुबनी के सुधीर मेमोरियल हाॅल में स्मृतिशेष राम सुधीर पांडेय जी के पावन जयंती स्मृति में राष्ट्रीय कवि संगम मधुबनी के तत्त्वावधान में संध्या 6 बजे से सुबह 6.30 बजे तक चले मैथिली साहित्य की प्रसिद्ध कथा संगोष्ठी ‘सगर राति दीप जरय’ का भव्य आयोजन किया गया । डॉ. शुभ कुमार वर्णवाल के संयोजन एवं डॉ. संजीव शमा के कुशल संचालन में संरक्षक डॉ. राम श्रृंगार पाण्डेय, प्राचार्य डॉ. मनोज कुमार झा, प्रो. नवोनाथ झा, डॉ. राज कुमार भारती, कथाकार जगदीश प्रसाद मंडल आदि गणमान्य लोगों द्वारा स्मृति शेष सुधीर कुमार पांडेय जी एवं मां शारदे के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर शुभारंभ किया गया । तत्पश्चात दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उदघाटन हुआ । आयोजन में पधारे कथाकारों एवं साहित्य प्रेमियों का संयोजक डॉ. वर्णवाल ने जनक याज्ञवल्क्य जानकी माता की पावन धरा पर स्वागत करते हुए कहा कि शिक्षा, संस्कृति और ज्ञान में अन्योन्याश्रय संबंध है । संरक्षक डॉ. आर. एस पाण्डेय ने कथा गोष्ठी में पधारे सुधि साहित्यकारों के प्रति आभार जताया । इस अवसर पर आयोजन मंडल द्वारा सभी अतिथियों का पुष्पमाल से स्वागत किया गया । रीजनल सेकेंडरी स्कूल की छात्रा साक्षी, अंजली, सोनाली, भव्या ज्योत्सना, सोनाक्षी, भव्या ने स्वागत गीत भंवरा के गुन गुन सरसों के फूल एवं अंशुमान, उत्कर्ष, आर्यन, आयुष और कृष द्वारा जय जय भैरवी गान की मनोहारी प्रस्तुति दी गई । इस अवसर पर अध्यक्ष मंडल के जगदीश प्रसाद मंडल, रविंद्र नारायण मिश्र, डॉ. शिव कुमार प्रसाद, मालती मिश्र के अलावा संचालन मंडल के दिलीप कुमार झा, डॉ. संजीव शमा, डॉ. उमेश मंडल, दुर्गानंद मंडल के अलावा स्वागत समिति के ई. प्रत्यूष परिमल, राजीव कुमार, सरोज कुमार पांडेय, प्रो. धर्मेंद्र कुमार पाण्डेय, शैलेंद्र कुमार पाण्डेय, गौरी शंकर त्रिशूल, डॉ. नारायण यादव के अलावा कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। सह – संयोजक डॉ. राजकुमार भारती ने अपनी काव्य रचना से सभी आगंतुक मनीषियों का अभिनन्दन किया ।
कथा उत्सव में ग्यारह पुस्तकों का हुआ लोकार्पण :
मिथिलाक माटिक सुगंध’ (कविता संग्रह) झोली पासवान, ‘यज्ञ सैनी’ (उपन्यास), ‘भोर सँ साँझ धरि’ (आत्मकथा) रविंद्र नारायण मिश्र, ‘स्वतंत्र व्यक्तित्व’ (कथा संग्रह), ‘विचारक मोड़’ (कथा संग्रह), ‘उत्थान पतन’ (उपन्यास) जगदीश प्रसाद मंडल, ‘अहाँक संग – संग’ (पचास बरखक दाम्पत्य गाथा), ‘सनेस’ (कविता संग्रह) कामेश्वर चौधरी, ‘शुभ बाल पोथी’ (बाल कविता संग्रह) डॉ. शुभ कुमार वर्णवाल, ‘व्यथा’ (कविता संग्रह) जगदानंद झा मनु, ‘गुड्डी हमर आकाश’ ( बाल कविता संग्रह) प्रो. रामसेवक ठाकुर कुल ग्यारह पुस्तकों का कथाकारों द्वारा लोकार्पण किया गया ।
कथाकारों ने जो किया कथा पाठ :
सगर राति दीप जरय कथा गोष्ठी में कथाकारों में ‘उपकार’ सुश्री पल्लवी मण्डल, ‘मैनेज कऽ लिअ’ श्रीमती मालती मिश्र, ‘भटकैत जिनगी’ विभा झा, ‘पोखरि’ रीतु प्रज्ञा,’अबगराइन’ मानब अनीश मण्डल, ‘दोसर पर्व’ कृष्णा कुमार, ‘सच्चा शिष्य’ डॉ. राज कुमार भारती, ‘एकटा दीप’ अनामिका चौधरी, ‘बुन्नीलालक टेक्सी’ अनुपमा झा, ‘हैप्पी मदर्स डे’ डॉ. रामसेवक ठाकुर, ‘साइत संयोग’ शारदा नन्द सिंह, ‘होनी छै कि काल’ शक्ति नारायण ठाकुर, ‘मोबाइलक भूत’ राम चन्द्र राय, ‘किताब आ कम्प्यूटर’, गगन कुमार साहु, ‘लावा – दुआ’ नारायण यादव, ‘सरनेम’ मनोज कुमार मनु, ‘भू सम्पदा’ कपिलेश्वर राउत, ‘डिप्टी कलक्टर’ श्री झौली पासवान, ‘उधवा’ डॉ. प्रतिभा स्मृति, ‘सौतेली माए’ परमानन्द कुमार राय, ‘पेन बेचए वाली बुचिया’ मुकेश आनन्द, ‘दोस्ती’ बेचन ठाकुर, ‘ओझरी’ राम विलास साहु, ‘चाहक दोकान’ गोपाल झा शेखर, ‘ई धन कोन काजक’ रमेश कुमार शर्मा, ‘प्रतिकार’ सुखदेव प्रसाद, ‘बराबरे’ डॉ. रतन कृष्ण झा, ‘महाकुम्भ’ डॉ. विनय विश्वबन्धु, ‘आँखिमे उगैत सूर्य’ चन्द्रेश, ‘कर्महीन’ चन्द्र मोहन झा ‘पड़वा’, ‘चौतावरी’ राधाकान्त मण्डल, ‘माछी’ कल्पकवि, ‘दहेजक मारल’ आशीष अकिंचन, ‘अढ़ाइ हाथक साँगि’ डॉ. उमेश मण्डल, ‘डॉक्टरक कलम’ नन्द विलास राय, ‘तीर्थाटन’ रेवती रमण झा, ‘बूढ़ी’ सुभाष चन्द्र झा, ‘रिवाइवल’ गौरी शंकर साह, ‘गुणक गाबी’ दुर्गा नन्द मण्डल, ‘साइवर क्राइम’ रबीन्द्र नारायण मिश्र, ‘लत छुटि गेल’ आचार्य चन्द्र मोहन यादव, ‘भक्ति पुरुष’ सुभेश चन्द्र झा, ‘बिनु साँएक बेटावाली माए’ अरविन्द प्रसाद, ‘ओ बालक के छल’ प्रो. नवोनाथ झा, ‘असल त्रिवेणी’ रामेश्वर प्रसाद मण्डल, ‘सुन्नरि पुतोहु’ प्रो. शुभ कुमार वर्णवाल, ‘मनक शान्ति’, ‘मनक शक्ति’ जगदीश प्रसाद मण्डल कुल अड़तालीस कथा का पाठ किया गया । कथागोष्ठी के समापन सत्र के अंत में अनुपम झा ने विदाई गीत के माध्यम से सभी सुधि साहित्य प्रेमियों का आभार जताया । धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राजकुमार भारती द्वारा किया गया ।