(जन्म दिन विशेष – 29जनवरी)
झंझारपुर से गौतम झा की रिपोर्ट:नाम में क्या रखा है पर जब हम जन्म लेते हैं तो सांस साथ होती है और सांस चली जाती है नाम रह जाता है, 20 साल पहले किसी मित्र का नाम अखबार में आया तो इतना प्रभावित हो गया कि मैं पटना रंगमंच से जुड़ गया और भारत के विभिन्न रंगमंचों पर काम करने का सौभाग्य मिला । उसके बाद लगभग सभी अखबारों मे मेरे संघर्षों की कहानी को छापा गया, साथ ही बॉलीवुड की बड़ी फिल्मों में काम करने के बाद बिहार के पत्रकार भाइयों / बहनों ने मेरा प्रेस कॉन्फ्रेंस किए इसके लिए हृदय से आभार।
बिहार के मधुबनी जिला के अंधराठाढ़ी अंचल के उत्तम ग्राम ननौर के रंगमंच से शुरुआत किया, कोलकाता महिंद्रा थिएटर अवार्ड में मुख्य नेगेटिव अभिनेता का सम्मान मिला मंडी स्कूल और ड्रामा से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद एशिया के नंबर वन संस्था NSD रिपोरियरी में काम करने का मौका मिला। बताया कि माया नगरी में अब तक लगभग पांच दर्जन से ज्यादा धारावाहिक में अभिनेता के तौर पर काम कर चुका हूं जिसमें ज़ी टीवी के प्रसिद्ध धारावाहिक तुझसे है राब्ता में 920 एपिसोड में काम किया । सीरियल मां विंध्यवासिनी में मुख्य नेगेटिव किरदार निभाया मेरे प्रमुख सीरियल में प्यार के पापड़ ,माता की चौकी, कुमकुम भाग्य, कुंडली भाग्य, शक्ति, काव्या, ससुराल सिमर का और मीत है.
कुछ बॉलीवुड फिल्में जैसे मणिकर्णिका द क्वीन आफ झांसी (कंगना रनौत) दिल्ली 6 (अभिषेक बच्चन), मोहल्ला अस्सी (सनी देओल), उंगली ( संजय दत्त ), सिकंदर का मुकद्दर( जिमी शेरगिल) आदि प्रमुख है.
मेरे आने वाली फिल्में टैक्स द मूवी, ब्लैक वारंट, जिंदगी एक जुआ ,पहला प्यार 1% चांस आदि हैं।
मैं अपनी नई पीढ़ी को यह कहना चाहता हूं कि आप फिल्म इंडस्ट्री में जरूर आएं पर पूर्ण तैयारी के साथ आए हमारा बिहार हमेशा से कला और संस्कृत में अव्वल रहा है, साथ ही मिथिला की धरती में प्रतिभाओं की अपार संभावनाएं हैं।