रिपोर्ट : सानु झा
झंझारपुर के पूर्व विधायक सह वर्तमान BSP नेता गुलाब यादव के तीन ठिकानों पर ED ने रेड डाली। गुलाब यादव के मधुबनी जिला अंतर्गत गंगापुर स्थित पैतृक आवास, पटना आवास समेत पुणे स्थित ठिकानों पर ED द्वारा छापेमारी लगातार जारी है। ED ने गुलाब यादव के बेहद करीबी सीनियर IAS अधिकारी संजीव हंस के यहाँ भी अपनी छापेमारी की प्रक्रिया को जारी रखी है। सूत्रों के मुताबिक यह पूरा मामला ‘मनी लॉन्ड्रिंग’ का बताया जा रहा है।
कौन हैं गुलाब यादव :
बेहद ही सामान्य परिवार में जन्में गुलाब यादव का पैतृक आवास झंझारपुर विधानसभा अंतर्गत गंगापुर ग्राम में हुआ।
गुलाब ने अपनी राजनीतिक जमीन और जमीर स्वयं के अथक प्रयास से बनाई। उनके ग्राम के लोग बताते हैं कि वह बचपन से ही उदार और जोश से परिपूर्ण व्यक्ति थे। उन्होंने पहले स्थानीय स्वशासन की राजनीति में अपनी किस्मत आजमाई और वह सफल भी रहे। सफलता कदम चूमती गयी; देखते-देखते वह जनप्रिय होते चले गए। 2015 में उन्होंने RJD से झंझारपुर विधानसभा के विधायक प्रत्याशी बने और अंततः वह चुनाव भी जीते। फिर इसी सीट से RJD के लोकसभा प्रत्याशी बने, परंतु उन्हें हार का मुँह देखना पड़ा। वहीं 2024 में RJD से मोह भंग होने के बाद उन्होंने इंडिया गठबंधन से VIP प्रत्याशी के तौर पर लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया। चुनाव के दौरान उन्होंने दावा किया कि उन्हें VIP ने टिकट दे दिया है, बतौर महागठबंधन प्रत्याशी उन्होंने अपने समर्थकों के साथ विशाल आभार और स्वागत रैली की। फिर एक से दो दिनों के भीतर ही VIP ने उनसे टिकट वापस लेकर खाँटी BJP और RSS से जुड़े सुमन महासेठ को अपना प्रत्याशी बनाया। इसके बाद गुलाब यह कहने में कतिपय पीछे नहीं हटे कि उनके साथ भारी धोखा हुआ है। फिर उन्होंने BSP के बैनर तले झंझारपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ा और तीसरे नंबर पर रहे।
गुलाब यादव के झंझारपुर वाले आवास पर नहीं थे परिवारजन
गौरतलब है कि सुबह पांच बजे जब ED की एक टुकड़ी झंझारपुर स्थित गुलाब यादव के घर रेड मारने पहुंची तब तत्काल आवास पर ना तो स्वयं गुलाब यादव ना उनकी MLC पत्नी अंबिका गुलाब यादव और ना ही उनकी जिलाध्यक्षा बेटी बिंदु गुलाब यादव मौजूद थीं। उनके समर्थकों की माने तो विधानमंडल की कार्यवाही में भाग लेने के लिए MLC माँ के साथ उनकी बेटी भी पटना में है। वहीं झंझारपुर आवास पर सिर्फ होम केयर टेकर की मौजूदगी में ED की कार्रवाई होती रही।
समर्थकों का गुस्सा सातवें आसमान पर
‘आय से अधिक संपत्ति’ के सवाल पर गुलाब के समर्थकों का गुस्सा सिर चढ़ कर बोलने लगा। उनका मानना है कि यह सब केंद्र सरकार करवा रही है। उनके नेता को राजनीतिक द्वेष के चलते एक सोची समझी साज़िश के तहत फंसाया जा रहा है। उनके नेता उनके हीरो हैं, जो आगे भी अपनी चमक को बरकरार रखेंगे।